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Showing posts from December, 2021

'सोनवारा' (Sonwārā) now available in both Marathi and English!

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I recently translated 'सोनवारा' (Sonawārā), a Marathi book into English. It is written by Mrs. Mrinalini Vanarase (ecologist, author, researcher and of the gentlest souls I have met). It's a curious, insightful account of her garden and the world around. Both the original and the translated version are available in PDF format for a free download on her website:  https://www.mvanarase.com/sonwara  The print edition is on the way. Check it out if you like!      

नज़्म ०१

मिलकर भी यूँ हो जाते हैं ना मिलकर भी जाँ-पर्वर क्यूँ उन के सितम हैं कैसे बताएँ ! नक़्श-ए-असर गहरा हो चाहे ख़ामोशी का आह में कितना किस के असर है कैसे बताएँ ! सोज़-ए-क़रीन-ए-आतश से वाक़िफ़ हो कर भी  देखे ना थे जल्वे ऐसे, कैसे बताएँ !  उन ही से बातें करते हैं जब करते हैं... उन्स-ज़दा क्यूँ हद करते हैं कैसे बताएँ ! जिस्म-ओ-रूह की अज़्मत का मसला है जारी क़िस्मत सब ने की है, या-रब! कैसे बताएँ !   - मुक्ता 'असरार'   © मुक्ता असनीकर शब्दार्थ : यूँ हो जाना = मरून जाणे जाँ-पर्वर = जिवाचं रक्षण करणारा नक़्श = चित्र, कोरलेली नक्षी, भरतकाम नक़्श गहरा होना = एखादी गोष्ट काळजात खोल रुतणे आह = उसासा, निश्वास   सोज़-ए-क़रीन-ए-आतश = विस्तवाच्या फार जवळ गेल्याने पोळणे जल्वा = नूर, तेज, झळाळी, प्रिय व्यक्तीची झलक उन्स-ज़दा = इश्काने घायाळ झालेला अज़्मत = श्रेष्ठत्व, थोरवी, महत्त्व क़िस्मत = विभाजन, तुकडे करणे दिलकश = चित्ताकर्षक, मनोहर  जिद्दत-आगीं = नवनव्या कल्पना, शैलींनी युक्त; सृजनशील  सौदाई = विक्षिप्त, खुळा, आपल्याच धु़ंदीत असलेला बेज़ारी = उदासीनता, नाराजी, रस नसणे दुनियाई = सर्वसामान्य,

रविन्द्रसंगीत भाषांतर - ०१

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 शेइ तो तोमार पॉथेर बॉन्धू मूळ बंगाली गीत: रविन्द्रनाथ ठाकूर   मूळ बाङ्ला रचना: সেই তো তোমার পথের বঁধু সেই তো। দূর কুসুমের গন্ধ এনে খোঁজায় মধু সেই তো ॥ সেই তো তোমার পথের বঁধু সেই তো। এই আলো তার এই তো আঁধার, এই আছে এই নেই তো ॥     बंगाली उच्चार (गायनानुसार): शेइ तो तोमार पॉथेर बाॉन्धू, शेइ तो | दूर कुशुमेर गॉन्धो एने खोंजाए मॉधू, शेइ तो || शेइ तो तोमार पॉथेर बाॉन्धू, शेइ तो | एइ आलो तार, एइ तो आंधार, एइ आछे नेइ तो.. नेइ तो.. नेइ तो? शेइ तो तोमार पॉथेर बाॉन्धू, शेइ तो, शेइ तो तोमार पॉथेर बाॉन्धू, शेइ तो ||     हिंदी भाषांतर: वही तो तुम्हारा हमसफ़र है, वही तो है | दूर दूर से फूलों की ख़ूशबू ला कर तुम्हे रस खोजने जो भेजता है... वही तो है || वही तो तुम्हारा हमसफ़र है, हाँ, वही है | ये रोशनी उसी से है, ये अँधेरा उसी से है - यही है न..है न...है न? वही तो तुम्हारा हमसफ़र है...हाँ, वही है ||   

Sleep

Wait for her and she won’t come. Of course. Song can’t ferry you to her. No prayer, no command, no remedy helps. Lay at her mercy, tumble down countless stairs, I roll along great halls of the night. Waiting for her I miss her. She is when I am where I don’t know any more.  

We share a birthday

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जो माझा जन्मदिवस तोच साहिरचा, आणि खानोलकरांचा.    मुंबईच्या गल्ल्यांमधून तिघे भटकतोय. झपझप चालतोय आडव्या ओळीत - शेजारून येणा-जाणाऱ्या गाड्यांना, माणसांना काहीशी अडचण करत. बडबड करण्याचं काम नेहेमीप्रमाणे माझ्याकडे. ...आडव्या ओळीतच कुठल्याशा टपरीच्या आडोशाला थांबलोय. पागोळ्यांचा पडदा नाकालगत. बोलतोय फक्त पाऊस.    ..अशक्य. अशक्यच. केवढं अंतर आहे त्यांच्या-माझ्यात! पंख पसरले तरी छाटता यायचं नाही.    त्या दोघांच्या काळी सरत गेलेल्या दिवस-रात्री-तास-महिन्यांचं...माझ्या काळी सरत चाललेल्या दिवस-रात्री-तास-महिन्यांचं अंतर...      वाटतं त्याहून खूप सरळ आहे पण. साचा सौदा है |     मी साहिरचा लहरीपणा, त्रागा खपवून घ्यायचा: ठरल्या वेळेनुसार घरी गेल्यावर त्यानं नशेत हाकलून लावणं, किंवा तो झोपी गेलेला असणं.. दिवाणखाना वासट धुक्यात नेणारी सिगरेटमागून सिगरेट...कधी अम्रिताने ठेवलेले अर्धेमुर्धे तुकडे. ‘तिची-माझी भेट घडव की’ अशी गळ घातली तर म्हणणार, “औरत नहीं है वो - औरत से कई ज़्यादा, पर मर्द सी ज़ाइद नहीं | ऐसा वजूद ...मिल पाएँगी आप?" एकदा म्हटलं, 'हो, म्हणूनच भेटायचंय तिला.' तर म्हणे "